उस्मानपुर-मिरजाफरी के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में 100 वर्षों से होती है छठ मैया और सुर्य देवता की पूजा अर्चना।
रिपोर्ट अजीत कुमार भारती
भागलपुर जिला अंतर्गत नवगछिया अनुमंडल के खरीक प्रखंड के उस्मानपुर-मिर्जापुरी के मध्य स्थित कलबलिया धार किनारे स्थित जिले के इकलौते प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में 100 वर्षों से सूर्य देवता और छठ मैया की पूजा अर्चना धूमधाम से की जाती है। छठ पूजा के अवसर पर मंदिर में सुर्य देवता और छठ मैया की प्रतिमा स्थापित की जाती है, और लोगों द्वारा श्रद्धा और आस्था के साथ उनकी पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि सच्चे दिल से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सारी मुरादें पूरी होती है।इस अवसर पर यहां भव्य मेले का भी आयोजन किया जाता है।
दंगल प्रतियोगिता में कई राज्यों के पहलवान अखाड़े में अपना करतब दिखाते हैं, साथ ही रामधुन संकीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी भव्य आयोजन किया जाता है।पूजा के बाद मंदिर के पास ही कलबलिया धार में प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है।रोचक बात यह है कि इस मंदिर में कोई पुजारी नहीं है।गांव के लोग के द्वारा हीं 100 वर्ष पहले यहां भगवान सूर्य और छठ मैया की प्रतिमा स्थापित की गई और ग्रामीणों ही मंदिर की देखरेख के साथ-साथ पूजा भी करते हैं।भागलपुर जिले के प्रसिद्ध इकलौते इस सुर्य मंदिर का पट सालों भर भक्तों के लिए खुला रहता है।