चंगेरी मिर्जापुर में शिव महापुराण की कथा के दौरान कार्तिक भगवान की जन्म कथा सुनकर भाव विभोर हुए श्रद्धालु
Banka/बाराहाट
प्रखंड अंतर्गत दुर्गा मंदिर प्रांगण चंगेरी मिर्जापुर में चल रही शिव महापुराण के तीसरे दिन कथाव्यास राम हरि ओम शरण जी महाराज ने कार्तिक जन्म की कथा सुनाई। बताया कि जब तारकासुर का जन्म हुआ तो उसने ब्रह्मा से भगवान शिव के पुत्र से मृत्यु का वर मांगा। इसके बाद देवता भगवान शिव के पास पहुंचे। उन्होंने असमर्थता जताई तो वे भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर प्रभु को रिझाने लगे जिसके बाद शिव का एक अंश गंगा नदी में गिरा और मां गंगा को पुत्र उत्पन्न हुआ।
उन्होंने पुत्र को छह ऋषि पत्नियों को प्रदान कर देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी। छह माताओं के दूध को पीने के लिए बालक ने छह सिर धारण किए। इसके बाद छह मुख वाले बालक को कार्तिक भगवान नाम दिया गया। प्रसाद वितरण से कथा का विश्राम हुआ। यह कार्यक्रम चंगेरी मिर्जापुर के समस्त ग्रामीण के सहयोग से क्रियान्वित हो रहा है।