जगदीशपुर प्रखंड के बैजानी पंचायत में 11 दिवसीय श्री श्री मद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का तृतीय दिन प्रहलाद की कथा का श्रवण पान
Bhagalpur/बैजानी
आज तृतीय दिवस की कथा ,,,में ध्रुव चरित्र की कथा ,,,,प्रहलाद जी की कथा,,,द्वापर युग के बाद कलयुग के प्रारंभ की कथा परीक्षित महाराज की कथाजिनके मन में अहंकार होता है उसके ह्रदय में भगवान बास नही करते । भक्ति ज्ञान वैराग्य की कथा का श्रवण पान कराया ,,कैसे श्रीमद भागवत के श्रवण से देवी भक्ति का दुख दूर हो गया धुंधकारी जो पापी था उनसे भी जब भागवत की शरण को ग्रहण किया तो उसे भी प्रभु के परम पद की प्राप्ति हुई ।
सत्संग से भगवान की कृपा को प्राप्त किया जाता है भगवान को प्राप्त करने का केवल एक साधन है
भगवान की कथा ,भगवान का भजन ,कीर्तन,,, सियाराम मय सब जग जानी करही प्रणाम जोरी जुग पानी,,सभी में जीवों में भगवान का ही दर्शन करे,,,और सभी जीवों के प्रति दया का भाव रखें,,,श्रीमद् भागवत पुराण के अंतर्गत मंगलाचरण का वर्णन
जिसमे परम सत्य की वंदना की गई है ।
किस प्रकार से इस सृष्टि का निर्माण हुआ जो मनु और सतरूपा के द्वारा किया गया जिससे मानव सृष्टि का विस्तार हुआ और मनु पुत्र होने के कारण हम सब मानव कहलाते है ।
भक्त प्रहलाद की कथा का वर्णन भक्ति करने के लिए बूडापे का इंतजार करना व्यर्थ है छोटी सी उम्र से ही यदि हम भक्ति करेंगे तो प्रभु की कृपा को प्राप्त कर लेंगे ।