बहवलपुर में स्थापित होती है सूबे की सबसे बड़ी काली प्रतिमा।
नाथनगर से शुभम कुमार की रिपोर्ट
भागलपुर जिले के नाथनगर प्रखंड के बहवलपुर में 400 सालों से 32 फीट की बम काली स्थापित होती है। 32 फीट लंबी प्रतिमा का दर्शन करने पूरे बिहार से यहां लोग आते हैं। मनोकामना पूरी करने वाली काली का दर्शन करने से मन पवित्र हो जाता है। 400 वर्षों से चली आ रही बलि प्रथा आज भी यहां कायम है। काली आराधना के दौरान गांव में उत्सव का माहौल रहता है। जो साल बाहर रहते हैं ,यह काली पूजा में अपने घर जरूर आते हैं। यहां इस वर्ष 24 अक्टूबर सोमवार रात 12:00 बजे मां काली की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। 12:00 बजे रात से सुबह 7:00 बजे तक माता की विशेष पूजा होगी। महाकाली बहवलपुर पूजा समिति के मेड़पति अजय सिंह ने दावा किया कि बिहार में सबसे बड़ी प्रतिमा यहां पर बैठती है।
काली सिंह के सपने में आई थी मां काली काली मंदिर के मेड़पति अजय सिंह कहते हैं कि करीब 400 साल पूर्व काली सिंह नामक एक व्यक्ति हमारे गांव में हुआ करते थे। उनको मां काली ने सपने में आदेश देते हुए कहा कि हमें पेड़ के नीचे स्थापित करो। सपने की बात को काली सिंह ने हल्के में लिया और गांव में बहने वाली गोडियानी नदी में स्नान करने गया। स्नान के बाद वह अचानक बेहोश हो गया। होश आने पर उसने गांव में मां काली को स्थान दिया। आरंभ से ही यहां भव्य 32 फीट की काली प्रतिमा स्थापित होती है। आगे वह कहते हैं मां काली मंदिर बनाने का प्रयास कई बार लोगों ने किया। जिसने भी प्रयास किया उसके साथ अनहोनी आरंभ हो गयी।