शाहकुंड/भागलपुर
प्रखंड के लक्ष्मणाडीह दलित टोले के समुदाय भवन में चलने वाली प्राइमरी स्कूल में 130 छात्रों का भविष्य अंधकार में लटक गया है। तकरीबन 1 वर्ष से इस टोले के छात्र पढ़ाई से वंचित है। विभाग ने इस भवनहीन स्कूल को पहले मिडिल स्कूल लत्तीपूर उनके बाद शाहजहांपुर के सिफ्ट किया है। लेकिन दूरी अधिक होने से छोटे-छोटे छात्र स्कूल जाना ही बंद कर दिया है। सोमवार को स्कूल गांव में ही खोलने की मांग को लेकर पहुंची छात्राओं की माताओं ने बीआरसी में विरोध जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है ।महिलाओं ने शिक्षा विभाग को चेतावनी दी है कि यदि स्कूल उसी स्थान पर संचालित नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा ।बीआरसी पहुंची महिला पुतुल देवी ,कविता देवी, पार्वती देवी, तुलसी देवी, रीता देवी, प्रमिला देवी ने बताया कि जहां स्कूल शिफ्ट किया गया है वह तकरीबन 2 किलोमीटर पड़ता है वहां बच्चों को भेजना मुश्किल है।
विभाग मनमानी कर बच्चों को शिक्षा से वंचित कर रहे हैं महिलाओं ने आरोप लगाया कि स्कूल में तीन शिक्षाएं शिक्षिकाएं पद स्थापित है। लेकिन शोभा कुमारी विभाग के मिलीभगत से महीने में एक या दो दिन आकर सिर्फ उपस्थिति दर्ज करती है। इस मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि टोले में 130 छात्र 1 वर्ष की शिक्षा से वंचित है। लेकिन प्रखंड शिक्षा विभाग ने इसकी जानकारी जिला मुख्यालय को दी नहीं दी है। इतना ही नहीं स्कूल की तीनो शिक्षकचेता छात्र के अभाव में बैठकर वेतन पा रही है ।
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वीआईओ श्यामकली कुमारी का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला नहीं आया था अभी आया है उन्होंने बताया कि सोमवार से पहले जांच की गई है एक शिक्षिका शोभा कुमारी बिना सूचना के गायब पाई गई है। उन्होंने विरोध एवं सारे मामले में वरीय पदाधिकारी को लिखा जाएगा।