32 फीट की मूर्ति का निर्माण शुरू 300 साल से हो रही है पूजा, अर्चना
नाथनगर से शुभम कुमार की रिपोर्ट
भागलपुर जिले में नाथनगर प्रखंड के बहवलपुर में मां काली की सबसे ऊंची 32 फीट की प्रतिमा बैठाई जाती है। यहां 300 साल से अधिक समय से मां की पूजा हो रही है। पीपल के पेड़ के नीचे प्रतिमा स्थापित की जाती है। मान्यता है कि बहवलपुर की काली की दर्शन से भक्तों को कष्ट दूर हो जाते हैं। जो भी फ़रियाद माता की चरण मैं श्रद्धा से शीश झुकाते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है।प्रतिमा स्थापित करने से पहले होती है विशेष पूजा। महाकाली जबलपुर पूजा समिति के मेड़पति अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि पूरे जिले में सबसे ऊंची प्रतिमा है यहां मंदिर नहीं है 200 वर्ष पहले पीपल पेड़ के नीचे पूजा होती थी। पहले बेल और अब पीपल के नीचे पिंडी पर प्रतिमा स्थापित की जाती है। उन्होंने बताया कि इस बार पूजा में 12 से 14 लाख रुपए खर्च होंगे। बहवलपुर में बन रही 32 फीट की काली की प्रतिमा।40 साल से रुदल सिंह बनाते हैं मां की प्रतिमा।महाकाली बवहलपुर पूजा समिति के मेड़पति अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि 32 फीट की मां काली की प्रतिमा का निर्माण गांव के ही रुदल सिंह पिछले 40 साल से कर रहे हैं। इससे पूर्व यहीं के मूर्तिकार किस का निर्माण करते थे। उन्होंने बताया कि यहां पर पहली बार काली सिंह ने मां काली की पूजा की थी। ऐसा कहा जाता है कि उनको मां काली सपने में दर्शन देखकर पीपल पेड़ के नीचे पूजा करने को कहा था। तब से नियंत्रण मां काली की पूजा हो रही है। ऐसी मान्यता है कि यहां मंदिर निर्माण नहीं होना है।